मार्च 2023 का पञ्चांग –
तिथि | वार | नक्षत्र | योग | करण | |
---|---|---|---|---|---|
1 | फाल्गुन शुक्ल पक्ष दशमी 30:39+ | बुधवार | मृगशिरा 09:51 | प्रीति 17:01 | तैतिल 17:27 |
गर 30:39+ | |||||
2 | फाल्गुन शुक्ल पक्ष एकादशी | बृहस्पतिवार | आर्द्रा 12:43 | आयुष्मान 17:50 | वणिज 19:54 |
विष्टि | |||||
3 | फाल्गुन शुक्ल पक्ष एकादशी 09:11 | शुक्रवार | पुनर्वसु 15:43 | सौभाग्य 18:44 | विष्टि 09:11 |
बव 22:28 | |||||
4 | फाल्गुन शुक्ल पक्ष द्वादशी 11:43 | शनिवार | पुष्य 18:41 | शोभन 19:36 | बालव 11:43 |
कौलव 24:56+ | |||||
5 | फाल्गुन शुक्ल पक्ष त्रयोदशी 14:07 | रविवार | अश्लेषा 21:30 | अतिगण्ड 20:20 | तैतिल 14:07 |
गर 27:14+ | |||||
6 | फाल्गुन शुक्ल पक्ष चतुर्दशी 16:17 | सोमवार | मघा 24:04+ | सुकर्मा 20:54 | वणिज 16:17 |
विष्टि 29:16+ | |||||
7 | फाल्गुन शुक्ल पक्ष पूर्णिमा 18:10 | मंगलवार | पूर्वाफाल्गुनी 26:22+ | धृति 21:13 | बव 18:10 |
बालव | |||||
8 | चैत्र कृष्ण पक्ष प्रतिपदा 19:42 | बुधवार | उत्तराफाल्गुनी 28:20+ | शूल 21:18 | बालव 06:59 |
कौलव 19:42 | |||||
9 | चैत्र कृष्ण पक्ष द्वितीया 20:54 | बृहस्पतिवार | हस्त 29:56+ | गण्ड 21:07 | तैतिल 08:21 |
गर 20:54 | |||||
10 | चैत्र कृष्ण पक्ष तृतीया 21:42 | शुक्रवार | चित्रा | वृद्धि 20:38 | वणिज 09:21 |
विष्टि 21:42 | |||||
11 | चैत्र कृष्ण पक्ष चतुर्थी 22:05 | शनिवार | चित्रा 07:11 | ध्रुव 19:50 | बव 09:57 |
बालव 22:05 | |||||
12 | चैत्र कृष्ण पक्ष पञ्चमी 22:01 | रविवार | स्वाती 07:59 | व्याघात 18:41 | कौलव 10:07 |
तैतिल 22:01 | |||||
13 | चैत्र कृष्ण पक्ष षष्ठी 21:27 | सोमवार | विशाखा 08:21 | हर्षण 17:09 | गर 09:48 |
वणिज 21:27 | |||||
14 | चैत्र कृष्ण पक्ष सप्तमी 20:22 | मंगलवार | अनुराधा 08:12 | वज्र 15:13 | विष्टि 08:59 |
बव 20:22 | |||||
15 | चैत्र कृष्ण पक्ष अष्टमी 18:45 | बुधवार | ज्येष्ठा 07:33 | सिद्धि 12:52 | बालव 07:38 |
मूल 30:24+ | कौलव 18:45 | ||||
तैतिल 29:46+ | |||||
16 | चैत्र कृष्ण पक्ष नवमी 16:39 | बृहस्पतिवार | पूर्वाषाढ़ा 28:46+ | व्यतिपात 10:06 | गर 16:39 |
वणिज 27:26+ | |||||
17 | चैत्र कृष्ण पक्ष दशमी 14:07 | शुक्रवार | उत्तराषाढ़ा 26:46+ | वरियान 06:59 | विष्टि 14:07 |
परिध 27:32+ | बव 24:42+ | ||||
18 | चैत्र कृष्ण पक्ष एकादशी 11:14 | शनिवार | श्रवण 24:29+ | शिव 23:53 | बालव 11:14 |
कौलव 21:42 | |||||
19 | चैत्र कृष्ण पक्ष द्वादशी 08:07 | रविवार | धनिष्ठा 22:04 | सिद्ध 20:06 | तैतिल 08:07 |
चैत्र कृष्ण पक्ष त्रयोदशी 28:55+ | गर 18:31 | ||||
वणिज 28:55+ | |||||
20 | चैत्र कृष्ण पक्ष चतुर्दशी 25:47+ | सोमवार | शतभिषा 19:39 | साध्य 16:20 | विष्टि 15:20 |
शकुनि 25:47+ | |||||
21 | चैत्र कृष्ण पक्ष अमावस्या 22:52 | मंगलवार | पूर्वाभाद्रपद 17:25 | शुभ 12:41 | चतुष्पद 12:17 |
नाग 22:52 | |||||
22 | चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 20:21 | बुधवार | उत्तराभाद्रपद 15:32 | शुक्ल 09:17 | किंस्तुघ्न 09:33 |
ब्रह्म 30:15+ | बव 20:21 | ||||
23 | चैत्र शुक्ल पक्ष द्वितीया 18:21 | बृहस्पतिवार | रेवती 14:08 | ऐन्द्र 27:42+ | बालव 07:16 |
कौलव 18:21 | |||||
तैतिल 29:35+ | |||||
24 | चैत्र शुक्ल पक्ष तृतीया 16:59 | शुक्रवार | अश्विनी 13:22 | वैधृति 25:42+ | गर 16:59 |
वणिज 28:35+ | |||||
25 | चैत्र शुक्ल पक्ष चतुर्थी 16:23 | शनिवार | भरणी 13:18 | विष्कुम्भ 24:19+ | विष्टि 16:23 |
बव 28:22+ | |||||
26 | चैत्र शुक्ल पक्ष पञ्चमी 16:33 | रविवार | कृतिका 14:01 | प्रीति 23:32 | बालव 16:33 |
कौलव 28:55+ | |||||
27 | चैत्र शुक्ल पक्ष षष्ठी 17:28 | सोमवार | रोहिणी 15:27 | आयुष्मान 23:19 | तैतिल 17:28 |
गर 30:11+ | |||||
28 | चैत्र शुक्ल पक्ष सप्तमी 19:02 | मंगलवार | मृगशिरा 17:32 | सौभाग्य 23:35 | वणिज 19:02 |
विष्टि | |||||
29 | चैत्र शुक्ल पक्ष अष्टमी 21:07 | बुधवार | आर्द्रा 20:06 | शोभन 24:12+ | विष्टि 08:02 |
बव 21:07 | |||||
30 | चैत्र शुक्ल पक्ष नवमी 23:30 | बृहस्पतिवार | पुनर्वसु 22:59 | अतिगण्ड 25:02+ | बालव 10:17 |
कौलव 23:30 | |||||
31 | चैत्र शुक्ल पक्ष दशमी 25:58+ | शुक्रवार | पुष्य 25:57 | सुकर्मा 25:55+ | तैतिल 12:44 |
गर 25:58+ |
पञ्चांग के आवश्यक तथ्य –
- उपरोक्त पञ्चांग में तिथि,नक्षत्र,योग और करण के समाप्ति का समय दिया गया है |
- उपरोक्त पञ्चांग उज्जैन (म.प्र.) के अनुसार दिया गया है |
- उपरोक्त पञ्चांग में जो समय दिया गया है वो 24 घंटे के अनुसार दिया गया है |
कौन सा रुद्राक्ष धारण करें अपने नक्षत्र के अनुसार
गणपति अथर्वशीर्ष से लाभ व पाठ विधि
बृहस्पति के मीन राशि में गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर
यदि आप अपनी कुण्डली के अनुसार अपना भविष्य जानना चाहते है या किसी विशेष प्रश्न का ज्योतिषीय हल चाहते है तो एस्ट्रोरुद्राक्ष के ज्योतिषी से अभी परामर्श लें…