Astro Rudraksha

सात मुखी रुद्राक्ष की महिमा व धारण विधि :

सात मुखी रुद्राक्ष में प्राकृतिक रूप से इसकी सतह पर सात धारियां पायी जाती है, इस रुद्राक्ष को सप्त मातृकाओं एवं कामदेव का प्रतीक माना गया है| यह रुद्राक्ष बहुत आसानी से प्राप्त नहीं होता है, इसका नेपाली दाना ही अत्यंत प्रभावी माना गया है ये थोडा बड़ा और स्पष्ट होता है | इस रुद्राक्ष…

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छह मुखी रुद्राक्ष की महिमा व धारण विधि :

छह मुखी रुद्राक्ष में प्राकृतिक रूप से इसकी सतह पर छह धारियां पायी जाती है, इस रुद्राक्ष को भगवान कार्तिकेय का प्रतीक माना गया है| यह रुद्राक्ष भी बहुत ही आसानी से प्राप्त हो जाता है | यह रुद्राक्ष नेपाल व इंडोनेशिया दोनों ही जगह पाया जाता है | इस रुद्राक्ष को धारण करने से…

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पांच मुखी रुद्राक्ष की महिमा व धारण विधि :

पांच मुखी रुद्राक्ष में प्राकृतिक रूप से इसकी सतह पर पांच धारियां पायी जाती है, इस रुद्राक्ष को कालाग्नि रुद्र का प्रतीक माना गया है| पांच मुखी रुद्राक्ष सर्वाधिक सुगमता से पाए जाने वाला रुद्राक्ष है, यह विभिन्न आकार में पाया जाता है इसके बड़े दाने बेर के बराबर पाया जाता है| नेपाल के दाने…

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चार मुखी रुद्राक्ष की महिमा व धारण विधि :

चार मुखी रुद्राक्ष में प्राकृतिक रूप से इसकी सतह पर चार धारियां पायी जाती है, इस रुद्राक्ष को श्रृष्टि रचयिता भगवान ब्रह्मा का प्रतीक माना गया है, इसकी चारों धारियों की समानता ब्रह्मा जी के चारो मुखों से की गयी है| इसका नेपाली दाना बहुत ही आसानी से मिल जाता है, इंडोनेशिया का दाना छोटा…

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तीन मुखी रुद्राक्ष की महिमा व धारण विधि :

तीन मुखी रुद्राक्ष में प्राकृतिक रूप से इसकी सतह पर तीन धारियां पायी जाती है, इस रुद्राक्ष को अग्नि का प्रतीक माना गया है, अग्निदेव सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा को जला कर शुद्ध कर देते हैं| इस रुद्राक्ष को त्रिशक्ति का प्रतीक भी माना गया है| तीन मुखी रुद्राक्ष इंडोनेशिया व नेपाल में पाया…

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दो मुखी रुद्राक्ष की महिमा व धारण विधि :

दो मुखी रुद्राक्ष में प्राकृतिक रूप से इसकी सतह पर दो धारियां पायी जाती है, इस रुद्राक्ष को अर्धनारीश्वर का प्रतीक माना गया है, यह शिव एवं शक्ति का युग्म है| दो मुखी रुद्राक्ष इंडोनेशिया व नेपाल में पाया जाता है जिनमे नेपाली दाना में दोनों धारियां स्पष्ट होती है और इंडोनेशिया दाना पूर्णतया स्पष्ट…

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1 Mukhi Rudraksha Amazing Benefits : एकमुखी रुद्राक्ष से लाभ व धारण विधि

एक मुखी रुद्राक्ष (1 mukhi rudraksha) को आदिदेव भगवान शिव का प्रत्यक्ष वरदान कहा गया है ,एक मुखी रुद्राक्ष को सभी रुद्राक्षों का शिरोमणि कहा गया है, यह रुद्राक्ष दो अलग अलग आकृतियों में पाया जाता है पहला गोलदाना और दुसरा काजूदाना एक मुखी रुद्राक्ष का गोल दाना अत्यन्त ही दुर्लभ माना गया है सर्वत्र…

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चन्द्र अष्टोत्तर शतनामावली

चन्द्र बीज मन्त्र – ॐ श्राँ श्रीं श्रौं सः चन्द्राय नमः ॥   श्रीमान् शशधरश्चन्द्रो ताराधीशो निशाकरः । सुधानिधिः सदाराध्यः सत्पतिः साधुपूजितः ॥ १॥ जितेन्द्रियो जगद्योनिः ज्योतिश्चक्रप्रवर्तकः । विकर्तनानुजो वीरो विश्वेशो विदुषाम्पतिः ॥ २॥ दोषाकरो दुष्टदूरः पुष्टिमान् शिष्टपालकः । अष्टमूर्तिप्रियोऽनन्त कष्टदारुकुठारकः ॥ ३॥ स्वप्रकाशः प्रकाशात्मा द्युचरो देवभोजनः । कळाधरः कालहेतुः कामकृत्कामदायकः ॥ ४॥ मृत्युसंहारकोऽमर्त्यो नित्यानुष्ठानदायकः…

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|| चन्द्रकवचम् ||

श्रीगणेशाय नमः । अस्य श्रीचन्द्रकवचस्तोत्रमन्त्रस्य गौतम् ऋषिः । अनुष्टुप् छन्दः , श्रीचन्द्रो देवता , चन्द्रप्रीत्यर्थं जपे विनियोगः । समं चतुर्भुजं वन्दे केयूरमुकुटोज्ज्वलम् । वासुदेवस्य नयनं शङ्करस्य च भूषणम् ॥ १॥ एवं ध्यात्वा जपेन्नित्यं शशिनः कवचं शुभम् । शशी पातु शिरोदेशं भालं पातु कलानिधिः ॥ २॥ चक्षुषी चन्द्रमाः पातु श्रुती पातु निशापतिः । प्राणं क्षपाकरः पातु…

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चन्द्र अष्टोत्तर शतनाम

 चन्द्र बीज मन्त्र – ॐ श्राँ श्रीं श्रौं सः चन्द्राय नमः । ॐ श्रीमते नमः । ॐ शशधराय नमः । ॐ चन्द्राय नमः । ॐ ताराधीशाय नमः । ॐ निशाकराय नमः । ॐ सुखनिधये नमः । ॐ सदाराध्याय नमः । ॐ सत्पतये नमः । ॐ साधुपूजिताय नमः । ॐ जितेन्द्रियाय नमः । १० ॐ जयोद्योगाय…

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